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Gurjar Vansh Ka Gauravshali Itihaas (गुर्जर वंश का गौरवë (en Hindi)
Rakesh Arya Kumar
(Autor)
·
Diamond Pocket Books Pvt Ltd
· Tapa Blanda
Gurjar Vansh Ka Gauravshali Itihaas (गुर्जर वंश का गौरवë (en Hindi) - Kumar, Rakesh Arya
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Reseña del libro "Gurjar Vansh Ka Gauravshali Itihaas (गुर्जर वंश का गौरवë (en Hindi)"
भारतवर्ष के गौरव की अनोखी झांकी का एक महत्त्वपूर्ण दस्तावेज है - 'गुर्जर वंश का गौरवशाली इतिहास'। पुस्तक हर देशभक्त को झकझोरती है और यह स्पष्ट करती है कि भारतवर्ष का पराक्रम और पौरुष पराभव, उस काल में सदैव जीवन्त बना रहा जिसे लोग हमारी पराधीनता का काल कहते हैं। लेखक ने सफलतापूर्वक यह सिद्ध किया है कि अरब के आक्रमणकारियों के आक्रमणों के साथ ही भारतवर्ष में स्वतन्त्रता आन्दोलन आरम्भ हो गया था।लेखक डॉ. राकेश कुमार आर्य हिंदी दैनिक 'उगता भारत' के मुख्य सम्पादक हैं। 17 जुलाई, 1967 को उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर, जनपद के महावड़ ग्राम में जन्मे लेखक के 54वें जन्मदिवस पर यह उनकी 54वीं ही पुस्तक है। श्री आर्य की पुस्तकों पर उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार व राजस्थान के राज्यपाल रहे कल्याण सिंह जी सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों, संस्थाओं, संगठनों और देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों/शैक्षणिक संस्थानों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।प्रस्तुत पुस्तक को आद्योपान्त पढ़ने से ज्ञात होता है कि भारत में हूण व कुषाण जैसे शासकों को अनर्गल ही विदेशी सिद्ध करने का प्रयास किया गया है। इसके अतिरिक्त यनानियों के कथित देवता हिरैक्
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El libro está escrito en Hindi.
La encuadernación de esta edición es Tapa Blanda.
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